Success Story of Cristiano Ronaldo : आज क्रिस्टियानो रोनाल्डो को कौन नहीं जानता है लेकिन क्या आपको पता है कि Cristiano Ronaldo को इस दुनिया में आने से पहले लड़नी पड़ी थी मौत की लड़ाई, क्योंकि उनकी खुद की माँ उन्हे मार देना चाहती थी. आज वो दुनिया के Biggest वालों में से एक और इकलौते ऐसे फुटबॉलर बनने वाले रोनाल्डो, जिन्होंने सबसे पहले वन बिलीयन डॉलर यानी 7500 करोड़ से ज्यादा की कमाई की है और इनके पास आज इतनी Cars है कि उनकी गिनती तक उन्हें याद नही है. उनका बचपन ऐसी गरीबी में गुजरा था कि उनके पास असली क्या, खेलने वाली कार भी नहीं थी. तो आखिर Ronaldo के हाथ में ऐसा कौन सा जादुई चिराग लग गया कि वह दुनिया के नंबर वन प्लेयर की लिस्ट में शामिल है. आज उनके पास फुटबॉलर्स का सबसे बड़ा अवॉर्ड BALLOND'Or अवॉर्ड एक दो नहीं पांच-पांच है. आखिर दुनिया उन्हें फुटबॉल का भगवान मानकर उनकी पूजा क्यों करती है, इसके बारे में इस आर्टिकल में बताएँगे कि आखिर Cristiano Ronaldo के पास कौन सा अलादीन का चिराग है. तो चलिए आर्टिकल शुरू करते हैं आर्टिकल का टाइटल from rags to riches Incredible Story of Cristiano Ronaldo.
Success Story of Cristiano Ronaldo
Ronaldo जो उस वक्त सिर्फ और सिर्फ 14 साल के थे उन्होंने अपनी मां से कहा कि वह अब कभी दूसरे स्कूल में नहीं जायेंगे और मारिया ने अपने बेटे की बात मान ली. मारियो को रोनाल्डो के ऊपर पूरा भरोसा था, वह जानती थी उनका जो बेटा बचपन में उनके चलते मौत से लड़ता जन्मा था, वह जिंदगी को इतनी आसानी से अपनी हिम्मत तोड़ने नहीं देगा और रोनाल्डो ने इसके बाद अपनी प्रैक्टिस पहले से ज्यादा तेजी से शुरू कर दी. वैसे तो रोनाल्डो हमेशा से ही बहुत ज्यादा एनर्जेटिक थे, उन्हें हमेशा ही दौड़ते भागते रहना पसंद था. पर 15 साल की उम्र में रोनाल्डो को तब अपने हमेशा एनर्जेटिक रहने का रास्ता पता चला जब उन्हें यह पता चला कि उन्हें Tachycardia है. Tachycardia एक हार्ट प्रॉब्लम है जिसमें इंसान का दिल बिना दौड़भाग और बिना खेले कूदे भी उस स्पीड से दौड़ता है जैसे किसी दौड़कर आए इंसान का. इसके चलते डॉक्टर्स ने रोनाल्डो को फुटबॉल खेलने से मना कर दिया. पर सुबह से रात, रात से दिन फुटबॉल प्रैक्टिस करने वाले Ronaldo को यह मंजूर नहीं था और यह बात साफ थी कि रोनाल्डो अपनी हार्ट सर्जरी करवाते हैं तो उनकी जान भी जा सकती है. पर उन्होंने इस अंधेरे से भी जंग लड़ी और ऑपरेशन करवाया. शायद 15 साल के रोनाल्डो की हिम्मत देखकर भगवान को भी उन पर दया आ गई, तभी तो इस जानलेवा ऑपरेशन से रोनाल्डो जित कर बाहर आए और बस कुछ टाइम बाद उन्होंने हॉस्पिटल से डिस्चार्ज ले लिया और देखते ही देखते कुछ ही हफ्तों में रोनाल्डो ने अपनी प्रैक्टिस शुरू कर दी. Ronaldo अपनी इस हार्ट सर्जरी के बाद मानो एक नया जन्म हि मिल गया, एक नई शुरुआत मिल गई पर यह नई शुरुआत अकेले नहीं आई थी, शुरुआत के साथ रोनाल्डो को सफलता की वह सीडी मिली जिसकी वजह से वह फुटबाल के बादशाह के तक पर बैठे हैं तो पूरी कहानी ऐसे है कि,
Sporting Club De Portugal के लिए खेलने वाले रोनाल्डो ने 7 अगस्त 2003 को मैनचेस्टर यूनाइटेड के साथ एक मैच खेला था, जिसमें मैनचेस्टर के पहुंचे हुए खिलाड़ियों की तीन-एक से हार हो गई थी. पर अपनी हार के बावजूत मैनचेस्टर यूनाइटेड की टीम Ronaldo के खेल से इतनी इंप्रेस थी कि उन्होंने अपने मैनेजर एलेक्स फर्गुसन के पास जाकर उन्हें किसी भी तरह रोनाल्डो को टीम में शामिल करने की रिक्वेस्ट कर दि. और अपनी टीम की तरह ही 18 साल के रोनाल्डो से इंप्रेस एलेक्स फर्गुसन ने भी अपनी पूरी जान और पैसा लगा दिया और 12.24 मिलियन पाउंड यानी यह 126 करोड़ में उन्होने रोनाल्डो को अपनी टीम के लिए 12 अगस्त 2003 को साइन कर लिया जो उस समय किसी भी 18 साल के प्लेयर को साइन करने की सबसे बड़ी रकम थी. यही नहीं रोनाल्डो पहले पोर्तुगाल प्लेयर थे जिन्हे मैनचेस्टर यूनाइटेड ने अपनी टीम में शामिल किया था. टीम में शामिल होने के बाद गैलेक्सी वह इंसान थे जिन्होंने Ronaldo को नंबर 7 की जर्सी दि थी जो आज तक रोनाल्डो की जर्सी का नंबर है. हालांकि इसके बाद रोनाल्डो का सफर आसान नहीं था कई बार रोनाल्डो की जिंदगी में बड़े-बड़े उतार-चढ़ाव आते ही रहा है, जैसे 2005 में रोनाल्डो के पिता जो एक एल्कोहलिक थे उनकी जान लीवर फेल्युअर की वजह से चली गई पर रोनाल्डो ने ऐसे किसी भी उतार-चढ़ाव से हार नहीं मानी. सन 2009 में Ronaldo ने मैनचेस्टर यूनाइटेड को बाय-बाय कहा और रीयल मैड्रिड की टीम में शामिल हो गए. आप जानकर हैरान होंगे कि रीयल मैड्रिड ने रोनाल्डो को 823 करोड़ से ज्यादा में साइन किया था. बस सिर्फ यही नहीं उसके बाद सन 2018 में रोनाल्डो ने जब जुविन्टर्स के साथ चार साल का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया तो उसकी कीमत 876 करोड़ से भी ज्यादा थी और यह कीमत किसी भी 30 साल के ऊपर के फुटबाल खिलाड़ी को मिलने वाली सबसे बड़ी रकम थी और Ronaldo ने अपने पुरे फुटबॉल करियर में अब तक 32 मेजर ट्रॉफी जीती है. जिनमें से 7 League Titles की है, 5 UEFA चैंपियनशिप की है, 1 UEFA यूरोपियन चैंपियनशिप की और 1 UEFA National League कि है. यही नहीं रोनाल्डो के पास फुटबॉलर्स का सबसे बड़ा अवार्ड BALLOND'or है. Remind you उनके पास यह सिर्फ एक नहीं बल्कि पांच-पांच है. आज Ronaldo के पास 1.7 मिलीयन यानि 12 करोड़ की BUGATTI और इस जैसी कितनी Cars है. इसके अलावा रोनाल्डो के पास 36 मिलियन डॉलर का प्राइवेट जेट है जिसमें 18 लोग बैठ सकते हैं और सबसे बड़ी चीज जो किसी भी प्लेयर के पास नहीं होती, वह है खुद का Museum. रोनाल्डो के पास अपना खुद का एक म्यूजियम मौजूद है जहां उनकी ट्रोफीज और गोल्डन बूट्स का कलेक्शन है और यह म्यूजियम MADIERA आयरलैंड पर खड़ा है. रोनाल्डो को अपने पैसे सिर्फ शानो-शौकत का तमाशा करने के लिए नहीं पर सही कामों में लगाने के लिए इस्तेमाल करने भी आते हैं. तभी तो Ronaldo ने अपने पैसे लगाए हैं जहां 600 से ज्यादा बच्चों की जरूरत का खर्चा रोनाल्डो खुद ही उठाते हैं. रोनाल्डो हमेशा ही डोनेशंस भी करते रहते हैं ताकि वह उन लोगों की मदद कर सके जो उनके बचपन की ही तरह एक सपना लिए गरीबी की चादर मैं अपनी जिंदगी बिता रहे हैं.
जैसे आपको इस आर्टिकल के स्टार्टिंग में सवाल किया था की, रोनाल्डो के पास आखिर कौन सा अलादीन का चिराग है. तो I'm sure रोनाल्डो की कहानी पढ़कर आपको यह तो समझ ही आ गया होगा कि Ronaldo के पास कोई चिराग-विराग नहीं है, बल्कि रोनाल्डो के Success और अमिरी के पीछे उनकी मेहनत और लाखों मुसीबतों के बावजूद अपने सपने को Give up ना करने का जज्बा है. अगर आपका भी कोई सपना है तो अपने सपने के लिए लड़िए क्योंकि आपके सपने की लड़ाई आपको ही लड़नी होगी और उसे पूरा भी करना होगा. अगर आपको भी रोनाल्डो की गरीबी से अमिरी तक का सफर पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों, रिश्तेदार एवं Whats App ओर Facebook, Twitter मित्रो के साथ निचे दी गयी बटन के माध्यम से जरूर शेयर करे जिससे वो भी इसके बारे में जान सके.